छत्तीसगढ़
राज्य में निवासरत अनुसूचित जनजातियों की जनसंख्या एक तिहाई है । छत्तीसगढ़ राज्य की कुल जनसंख्या का 32.46 प्रतिशत भाग अनुसूचित जनजातियों की है ।
छत्तीसगढ़ की अनुसूचित जनजातियों से संबंधित वर्तमान सामाजिक आर्थिक विकास के और कल्याणकारी कार्यक्रमों का गुणात्मक मूल्यांकन करना उनमें आवश्यक सुधार लाना अथवा नये कार्यक्रम लागू करना आवश्यक हो गया है ।
छत्तीसगढ़ राज्य में निवासरत अनुसूचित जनजातियों की जनसंख्या एक तिहाई है । राज्य के बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, जशपुर, सरगुजा, कोरिया, कोरबा एवं रायगढ़ जिला पूर्णत: अनुसूचित जनजाति क्षेत्र वाले जिले है । छत्तीसगढ़ राज्य में अनुसूचित जनजातियों का उल्लेखनीय फैलाव है ।
छत्तीसगढ़ राज्य की कुल जनसंख्या का 32.46 प्रतिशत भाग अनुसूचित जनजातियों की है । छत्तीसगढ़ की अनुसूचित जनजातियों से संबंधित वर्तमान सामाजिक आर्थिक विकास के और कल्याणकारी कार्यक्रमों का गुणात्मक मूल्यांकन करना उनमें आवश्यक सुधार लाना अथवा नये कार्यक्रम लागू करना आवश्यक हो गया है ।
अनुसूचित जाति/जनजाति के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक स्वास्थ्य विकास के लिये राज्य स्तर पर कई कार्यक्रम संचालित किये जाते है।
संचालित कार्यक्रमों की समय- समय पर आयोग द्वारा जिला स्तर पर या विकासखण्ड स्तर पर समीक्षा की जाती है ।